यह प्रोग्राम अब बंद किया जा चुका है. विजेताओं की लिस्ट यहाँ अपडेट की गई है.
WhatsApp दुनिया भर में किसी से भी बातचीत करने का तेज़, आसान और भरोसेमंद तरीका है. 180 देशों में 1.5 अरब से भी ज़्यादा लोग अपने दोस्तों और परिवारजनों के संपर्क में रहने के लिए WhatsApp इस्तेमाल करते हैं. WhatsApp न सिर्फ़ मुफ़्त है, बल्कि ज़्यादातर मोबाइल डिवाइसेस पर और कम कनेक्टिविटी वाले इलाकों में भी काम करता है - आप कहीं भी हों, इसका आसानी से इस्तेमाल कर सकते हैं और इस पर भरोसा कर सकते हैं. अपने खास पल शेयर करने, ज़रूरी जानकारी भेजने या किसी दोस्त से बातचीत करने का यह एक आसान और सुरक्षित तरीका है. WhatsApp पर लोग दुनिया के किसी भी कोने से अपनों के साथ कनेक्ट और चीज़ें शेयर कर सकते हैं.
WhatsApp अपने यूज़र्स की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखता है और यह जानकारी देना चाहता है कि हमारी समझ से लोगों को WhatsApp पर अमूमन सुरक्षा संबंधी कैसी समस्याएँ आती हैं. यह भी बताना चाहता है कि हम WhatsApp में और समाज के साथ मिलकर इनका समाधान करने के लिए और क्या-क्या सकते हैं. हमारे प्रोग्राम के पहले फ़ेज़ के लिए, WhatsApp उन रिसर्चर्स को अवॉर्ड देना चाहता है जो WhatsApp पर फैलने वाली गलत जानकारी से जुड़ी समस्याओं को अच्छी तरह से समझने में दिलचस्पी रखते हैं. हम सामाजिक विज्ञान या इससे जुड़े किसी भी विषय से आने वाले ऐसे प्रपोज़ल का स्वागत करते हैं जो इस समस्या को ध्यान में रखते हुए आज के समाज पर टेक्नोलॉजी के प्रभाव की पूरी जानकारी देता हो. WhatsApp रिसर्च अवॉर्ड प्रोग्राम के तहत ऐसे स्वतंत्र रिसर्च प्रपोज़ल को फंड दिया जाएगा जिन्हें WhatsApp, Facebook और शिक्षा व नीति संबंधी बड़ी कम्युनिटीज़ के साथ शेयर करने के लिहाज़ से तैयार किया जाएगा. इन अवॉर्ड्स के तहत पैसे दिए जाते हैं, जिन पर कोई प्रतिबंध नहीं होता है और इससे जाँच करने वाले लोगों को अपने मौजूदा रिसर्च पोर्टफ़ोलियो का दायरा बढ़ाने और गहरी रिसर्च करने की आज़ादी मिलती है. इसके लिए वे लोग अप्लाई कर सकते हैं जिनके पास ऑनलाइन बातचीत और इन्फ़ॉर्मेशन टेक्नोलॉजी की स्टडी करने का प्रमाणित अनुभव है. वे लोग भी अप्लाई कर सकते हैं जो अपनी मौजूदा रिसर्च को इन क्षेत्रों में बढ़ाना चाहते हैं.
हम सामाजिक विज्ञान और टेक्नोलॉजी के नज़रिए से ऐसे प्रपोज़ल पर विचार करेंगे जिनमें WhatsApp पर गलत जानकारी की समस्या को लेकर हमारी समझ को बढ़ाने वाले प्रोजेक्ट का प्रपोज़ल रखा गया हो. उच्च प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में ये शामिल हैं (लेकिन इन तक ही सीमित नहीं):
हमारी प्राथमिकता ऐसे प्रपोज़ल के लिए है जो स्वतंत्र रिसर्च पर आधारित हों, जिनमें ऐप्लिकेंट कॉन्सेप्चुअल टूल तैयार करे, डेटा को इकट्ठा करे और उसका ऐनालिसिस करे और/या प्रासंगिक समस्याओं की जाँच-पड़ताल करे. हर अवॉर्डी को उनके डेटा और ऐनालिसिस के लिए बौद्धिक संपदा के सारे अधिकार दिए जाएँगे. WhatsApp के स्टाफ़ से आपको गाइडेंस मिल सकती है, लेकिन स्कोप ऑफ़ वर्क तय करना और उस पर अमल करना जाँचकर्ताओं की ज़िम्मेदारी है.
प्रोग्राम में हर रिसर्च प्रपोज़ल के लिए $50,000 तक के अवॉर्ड बिना किसी प्रतिबंध के दिए जाएँगे. सभी ऐप्लिकेशन को WhatsApp का रिसर्च स्टाफ़ रिव्यू करेगा और उनके लिए बाहरी विशेषज्ञों से भी सलाह ली जाएगी. यह पेमेंट, प्रपोज़ल लाने वाले व्यक्ति की होस्ट यूनिवर्सिटी या संगठन को ऐसे गिफ़्ट के तौर पर की जाएगी, जिस पर कोई प्रतिबंध नहीं रहेगा.
अवॉर्ड के पैसों के अलावा, WhatsApp, अवॉर्ड पाने वालों को दो वर्कशॉप में शामिल होने के लिए आमंत्रित करता है:
WhatsApp अवॉर्ड पाने वाले हर व्यक्ति के एक प्रतिनिधि को यात्रा और रहने-खाने की सुविधा देगा और उसका भुगतान करेगा. यह भुगतान रिसर्च के लिए दी जा रही रकम में से नहीं किया जाएगा.
इस अवॉर्ड के लिए अप्लाई करके, आप इन बातों की सहमति देते हैं:
ऐप्लिकेशन जमा करने की आखिरी तारीख 12 अगस्त 2018 को रात 11:59 बजे PST तक की है. अवॉर्ड पाने वालों को उनकी ऐप्लिकेशन का स्टेटस 14 सितंबर 2018 तक ईमेल करके बता दिया जाएगा.
इन अवॉर्ड्स के बारे में सवाल पूछने के लिए कृपया हमसे संपर्क करें.