इंदु वेरी ने बचपन से ही अपनी माँ और उनकी सहेलियों को अक्सर शाम में बुनाई करते देखा है.
“उस समय मैं बहुत छोटी थी लेकिन बखूबी समझती थी कि बुनाई हमारी संस्कृति का अटूट हिस्सा है, लेकिन मुझे कभी इस बात का आभास नहीं हुआ कि यह कला धीरे-धीरे गायब हो रही है और युवा पीढ़ी ज़्यादा पैसे कमाने की चाह में दूसरे व्यवसायों की ओर आकर्षित हो रही है.”
जब इंदु पढ़ाई करने के लिए अपने घर, उत्तर-पूर्वी भारत से बाहर निकलीं तो उन्होंने देखा कि बहुत ही कम लोग उनके क्षेत्र की संस्कृति की विविधता और गुणवत्ता के बारे में जानते हैं. वह कहती हैं “मुझे यह बिलकुल अच्छा नहीं लगा और मैंने इसके लिए कुछ करने का सोचा.”
इंदु ने कोर्पोरेट सेक्टर में 6 साल काम करने के बाद, जून 2017 में अपनी नौकरी छोड़ दी और Asomkriti (असोमकृति) नाम से ई-कॉमर्स प्लैटफ़ॉर्म शुरु किया जहाँ उत्तर-पूर्वी भारत के हैंडलूम और हस्तशिल्प का सामान जैसे कि मेखला चादर, आदिवासी गहने, बाँस के हैंडबैग, स्टोल, दुपट्टे आदि बेचे जाते हैं.
आज की तारीख में Asomkriti को 48% बिज़नेस वेबसाइट से मिलता है और बाकि 41% बिज़नेस WhatsApp से मिलता है.
इंदु का कहना है “जब हमारा बिज़नेस छोटा था, तब हम अपने ग्राहकों से संपर्क करने के लिए ऐसा संचार माध्यम ढूँढ रहे थे जो हमें महँगा न पड़े, इसलिए तब हमने WhatsApp का इस्तेमाल करने का सोचा. बाद में जब WhatsApp Business लॉन्च हुआ, तब हमने अपने ग्राहकों से संपर्क करने के लिए WhatsApp Business ऐप का इस्तेमाल करना शुरु किया.”
WhatsApp Business ऐप के ऑटोमैटिक फ़ीचर्स से ग्राहकों के सवालों का जवाब देना आसान हो जाता है. वह कहती हैं “जैसे कि कस्टम संदेश फ़ीचर का इस्तेमाल करके वे एक बार में बहुत से ग्राहकों को संदेश भेज सकते हैं. अगर कोई ग्राहक बिज़नेस बंद होने के बाद संदेश भेेजता है, तो उन्हें ऑटोमेटेड संदेश फ़ीचर की मदद से संदेश भेजे जाते हैं.”
WhatsApp Business का इस्तेमाल करके Asomkriti ने ग्राहकों से बातचीत करने में 50% की बढ़ोत्तरी और 80% की दर से अपने ग्राहक बनाए रखे.
इंदु का कहना है “Asomkriti जैसे छोटे बिज़नेस के लिए 24/7 कस्टमर सर्विस देना संभव नहीं है, लेकिन [WhatsApp Business] के इस फ़ीचर की मदद से हम अपने ग्राहकों की हर समय मदद कर पा रहे हैं और इसी वजह से हमारे ग्राहकों और बिज़नेस में बढ़ोत्तरी हो रही है.”