मेहल केजरीवाल को दूध बिलकुल भी पसंद नहीं था.
लेकिन फिर भी उन्होंने डेयरी प्रोडक्ट्स बेचने का बिज़नेस शुरू किया. लेकिन उसके बाद मेहल को महसूस हुआ कि दूध से उन्हें नफ़रत इसलिए थी क्योंकि बाज़ार में मिलावट वाला दूध मिलता था.
मेहल बताती हैं, “मैंने जब पहली बार ताज़ा दूध पिया, तो मुझे उसका स्वाद बहुत अच्छा लगा. एक ही बार में मैंने लगभग आधा लीटर दूध पी लिया.”
उन्हें ऑर्गनिक फ़ार्म फ़्रेश दूध का बिज़नेस करने का आइडिया आया और अपने पिता के साथ मिलकर उन्होंने 2017 में Happy Milk की शुरुआत की. Happy Milk फ़ार्म में 450 से ज़्यादा गाएँ हैं और ये 1,800 से ज़्यादा घरों और कमर्शियल बिज़नेस को 4,500 लीटर से ज़्यादा दूध सप्लाई करते हैं. Happy Milk का टर्नओवर 5 करोड़ (लगभग USD 6,95,000) तक पहुँच गया है और अब वे अपने प्रोडक्ट पोर्टफ़ोलियो में चीज़ और बटर जैसे अन्य डेयरी प्रोडक्ट भी जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं. वे बेंगलुरू में अपनी पहुँच बढ़ाने की कोशिश भी कर रहे हैं जहाँ पर अभी 150 से ज़्यादा स्टोर्स में दूध की बिक्री होती है. दूध डिलिवरी ऐप्स के माध्यम से भी पहुँचाया जाता है और कंपनी एग्ज़ीबिशन में भी हिस्सा लेती रहती है.
मेहल बताती हैं, WhatsApp Business ऐप का इस्तेमाल करने से बिज़नेस बढ़ाने में मदद मिली है क्योंकि इसका इस्तेमाल लगभग हर कोई करता है.
मेहल बताती हैं, “महिलाएँ और सीनियर सिटीज़न हमसे WhatsApp पर नियमित रूप से संपर्क करते हैं. अगर WhatsApp पर हम नहीं होते, तो हमारे ग्राहकों की संख्या इतनी नहीं हो पाती.”
Happy Milk पर्यावरण का ध्यान रखते हुए बिज़नेस बढ़ाना चाहता है. मेहल का मानना है कि ग्राहकों की संख्या बढ़ाना ही उनका उद्देश्य नहीं है. वे लोगों और पर्यावरण के प्रति भी अपनी ज़िम्मेदारी निभाना चाहती हैं.
वे बताती हैं, “अभी के लिए हमारा ध्यान बेंगलुरू और यहाँ के सेहत का ध्यान रखने वाले ग्राहकों पर है जो Happy Milk के पीछे की सोच को समझते हैं.”
हम उन्हें दूध का असली स्वाद चखाएँगे.