हर स्टूडेंट के सामने दुविधा यही रहती है कि हाई स्कूल के बाद क्या किया जाए. कौन से कॉलेज में एडमिशन लिया जाए और कौन सा करियर विकल्प चुना जाए, यही सवाल हैं जिनका हर स्टूडेंट जवाब ढूँढता रहता है. ऑनलाइन ढेर सारी जानकारी उपलब्ध तो है लेकिन आसानी से उसे ढूँढा नहीं जा सकता है.
इसी चुनौती को हल करने के लिए सूरज सत्यार्थी, चंदन सत्यार्थी और नीरज कुमार वर्मा ने Kriger Campus की शुरुआत की.
Kriger Campus स्टूडेंट्स को शिक्षाविदों के साथ कनेक्ट करता है ताकि वे उनसे सीख सकें. साथ ही कॉलेज और उनसे पहले पढ़ चुके स्टूडेंट्स भी यहाँ मौजूद रहते हैं ताकि उनसे जानकारी ली जा सके. इससे शिक्षकों, प्रोफ़ेसरों और विशेषज्ञों को अपने ज्ञान और अनुभव से स्टूडेंट्स को सिखाने और उनकी मदद करने का मौका मिलता है. लॉन्च होने के एक ही साल में Kriger Campus से 30,000 से ज़्यादा लोग जुड़ चुके हैं.
कम्युनिटी को मैनेज करना और उनसे बातचीत करते रहना आसान काम नहीं है. इसके लिए इस स्टार्टअप कंपनी में WhatsApp Business ऐप का उपयोग बड़े पैमाने पर किया जाता है जिससे कि आपसी बातचीत के लिए ऑफ़िशियल ईमेल की ज़रूरत नहीं रह जाती है. WhatsApp इनके इंटर्न के बढ़ते यूज़रबेस के साथ बातचीत का भी मुख्य साधन है.
सूरज बताते हैं, ‘WhatsApp के इस्तेमाल में आसान फ़ीचर्स से हमें अपने बिज़नेस से जुड़े सभी लोगों के साथ महत्वपूर्ण और विस्तृत बातचीत करने में मदद मिलती है. यहाँ तक कि कैंपस एम्बेसेडर इंटर्नशिप की पूरी बैच WhatsApp पर ही आयोजित की गई थी. हमारे साथ 600 इंटर्न्स ने 30 दिनों तक काम किया. इस दौरान सभी काम और रिपोर्ट ग्रुप पर शेयर किए जाते थे.”
को-फ़ाउंडर यह भी बताते हैं कि उनके यूज़रबेस के साथ WhatsApp से होने वाले संपर्क के चलते इनका कंवर्जन रेट 25 प्रतिशत बढ़ गया है.
स्टार्टअप अब कॉर्पोरेट अकाउंट लॉन्च करने की तैयारी कर रहा है और 2,000 से ज़्यादा संस्थानों को अपने प्लेटफ़ॉर्म पर लाना चाहता है. अगले पाँच सालों में Kriger Campus ऐसा वर्चुअल कैंपस बनाना चाहता है जहाँ पर हर भारतीय के लिए कुछ न कुछ हो और साथ ही इस सवाल का जवाब ढूँढना भी आसान हो जाए कि हाई स्कूल के बाद क्या करना है.