हर माता-पिता की तरह पूजा खेमका की भी यही इच्छा रहती है कि अपने बच्चे के लिए सब कुछ अच्छा किया जाए.
वे कहती हैं, “हम सभी चाहते हैं कि हमारे बच्चे सुरक्षित रहें. मैंने एक ख़बर पढ़ी थी जिसमें स्कूल बस से होने वाली घटनाओं व दुर्घटनाओं के बारे में बताया गया था. एक बार, मैं खुद ही अपने बच्चे को लेने बस स्टॉप देर से पहुँची. इससे मेरे मन में कई सवाल उठे और दूसरे माता-पिता से बात करने पर पता चला कि वे भी वैसा ही सोचते हैं जैसा कि मैं सोच रही थी.”
इसलिए पूजा ने अहमदाबाद में 2016 में myskoolbus को लॉन्च किया. myskoolbus ऐसा ऐप है जिसे मोबाइल और वेब पर इस्तेमाल किया जा सकता है. यह ऐप स्कूल बसों की लोकेशन रियल टाइम में ट्रैक करता है और बस के अपडेट्स और नोटिफ़िकेशन देता है. पूजा कहती हैं, “ऐप का इस्तेमाल माता-पिता, ड्राइवर और स्कूल प्रशासन करते हैं और दो साल से भी कम समय में इसमें काफ़ी लोगों ने रुचि दिखाई है.
हमारे लिए सबसे बड़ी चुनौती थी कि हम हमारे एंड कस्टमर, यानी कि बच्चों के माता-पिता से कैसे कनेक्ट करें. इसके लिए हमने WhatsApp Business ऐप का इस्तेमाल किया.”
WhatsApp Business का इस्तेमाल करके myskoolbus रोज़ाना 5,000 से भी ज़्यादा पेरेंट्स से कनेक्ट करता है. पूजा ने बताया कि “WhatsApp का इस्तेमाल करने के बाद हमने अपने बिज़नेस में 25-30% की बढ़ोतरी देखी है.”
वे सबसे ज़्यादा 'क्विक रिप्लाई', 'लेबल', 'बिज़नेस प्रोफ़ाइल' और 'ग्रीटिंग मैसेज' फ़ीचर्स का इस्तेमाल करते हैं.
पूजा ने हमें किस्सा बताया कि कैसे WhatsApp Business मुश्किल समय में उनके काम आया. “एक माँ अपनी बेटी के साथ अपने घर के ठीक सामने वाले बस स्टॉप पर बस का इंतज़ार कर रही थीं. वह पानी की बोतल लेने के लिए घर तक गईं और वापस आकर अपनी बेटी को बस स्टॉप पर न पाकर वह चिंतित हो गईं. हमने अपने सिस्टम के इमरजेंसी फ़ोन नंबर से कंडक्टर और स्कूल से कनेक्ट करके कन्फ़र्म किया कि उनकी बेटी बस में ही थी और सुरक्षित थी. यह सब WhatsApp की मदद से सिर्फ़ 10 मिनट में हो गया.”