रमेश मरियप्पन और मेनका रमेश कॉर्पोरेट सेक्टर में काम करते हैं, उन्हें अपनी प्रॉपर्टी और किराएदारों को मैनेज करने का समय ही नहीं मिलता है. उनकी परेशानियाँ और बढ़ गईं जब उनके किसी एक किराएदार ने किराया देना बंद कर दिया था और उनके कॉल भी उठाने बंद कर दिए. इस समस्या से निपटने के लिए उनके एक दोस्त ने उन्हें प्रॉपर्टी मैनेजर की सलाह लेने के लिए कहा. वे जिन-जिन कंपनियों के पास गए, वहाँ उन्हें सिर्फ़ निराशा ही हाथ आई. सही किराएदार ढूँढने में या उनके सवालों के सही जवाब देने में वह कंपनी मदद नहीं कर रही थी.
ऐसे में उन्हें Proptension शुरू करने का आइडिया आया. Proptension प्रॉपर्टी मैनेजमेंट की सभी सर्विसेस देने वाली एक कंपनी है जो किराएदार ढूँढने और उनका वेरिफ़िकेशन करने, किराया लेने, शिकायतों को दूर करने, प्रॉपर्टी टैक्स भरने, इनवेंटरी की जाँच करने में लोगों की मदद करती है.
रमेश कहते हैं, “हमें एहसास हुआ कि हमारी तरह ही कई लोग हैं जिन्हें सही प्रोसेस के साथ या भरोसेमंद और अच्छी सर्विस नहीं मिल रही है. हमने सोचा कि क्यों न हम ही यह बिज़नेस शुरू कर दें.”
रमेश और मेनका ने 2014 में इसे शुरु किया. सात महीनों तक वे एक भी डील फ़ाइनल नहीं कर पाए. आज उनकी कंपनी में 25 लोग काम कर रहे हैं और वे बेंगलुरू, चेन्नई और मुंबई में लगभग 400 प्रॉपर्टीज़ मैनेज कर रहे हैं. वे मकान मालिक और किराएदारों से बात करने के लिए WhatsApp Business ऐप का इस्तेमाल करते हैं.
मेनका कहती हैं, “हमें बहुत से कस्टमर्स सवाल पूछते हैं इसलिए हम “ऑटोमैटिक संदेश” फ़ीचर का इस्तेमाल करके ग्राहकों के सवालों का ऑटोमैटिकली और तुरंत जवाब दे सकते हैं.” WhatsApp Business ऐप का इस्तेमाल करने के बाद से उनकी आय में 5 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है.
डील फ़ाइनल करने के लिए अब मशक्कत नहीं करनी पड़ती है. Proptension का बिज़नेस इस साल ₹7.5 करोड़ तक पहुँच जाएगा और जल्द ही वे पुणे, कोचीन और हैदराबाद में भी सर्विस शुरू करेंगे.