हर दिन भारत में कई लोगों को खाना नहीं मिलता है. लेकिन कोलकाता में एक व्यक्ति हैं जो इसे बदलने की कोशिश कर रहे हैं.
कंस्ट्रक्शन बिज़नेसमैन बिकाश अग्रवाल एक बहुत धनी व्यक्ति हैं जिन्हें समाज का भला करने की सीख अपनी माँ से मिली है. अपनी माँ से प्रेरित होकर उन्होंने Apni Roti की शुरुआत की. यह एक वैन है जिसमें ताज़ी बनी गर्म रोटियाँ बाँटी जाती हैं. केवल चार महीने में Apni Roti कोलकाता के 1,50,000 लोगों तक पहुँच चुका है.
इससे पहले उन्होंने गरीबों की सेवा के लिए शिवओम बालाजी सेवा ट्रस्ट की शुरुआत की थी. उन्होंने पश्चिम बंगाल और झारखंड में तीर्थ स्थलों के नज़दीक दो आश्रम भी खोले हैं जहाँ गरीब लोगों को रहने की जगह, खाना और स्वास्थ्य सेवाएँ दी जाती हैं.
बिकाश बताते हैं, “ट्रस्ट की देखरेख करने के दौरान मैंने देखा कि गरीबों के लिए काम करने वाले कई संगठन बचा हुआ खाना ज़रूरतमंदों में बाँट रहे थे. इससे मदद तो होती थी लेकिन मुझे ऐसा लगा कि हर किसी को गर्म, ताज़ा, साफ़-सुथरा खाना भी मिलना चाहिए.”
Apni Roti के रोजाना के कामकाज में हाथ बँटाने के लिए वॉलंटियरों की एक बड़ी टीम है और बिकाश सबसे बातचीत करने और देखरेख करने के लिए WhatsApp का इस्तेमाल करते हैं.
“हम अगले हफ्ते की पूरी प्लानिंग एक हफ्ते पहले ही कर लेते हैं. हम वैन की लाइव लोकेशन शेयर करके अपने वॉलंटियरों से बेहतर ढंग से बातचीत कर सकते हैं. हमारा Apni Roti Squad नाम का एक ग्रुप है जिससे सब वॉलंटियर जुड़े हुए हैं. इसके अलावा, वॉलंटियर शहर के उन क्षेत्रों के लिए सुझाव भी देते हैं, जहाँ हम अपनी वैन ले जा सकते हैं.”
बिकाश के प्रयास रंग ला रहे हैं.
“लोग हमसे Facebook, हमारे सार्वजनिक टेलीफ़ोन नंबर और WhatsApp पर संपर्क कर रहे हैं और इस कोशिश के लिए हमारी तारीफ़ भी करते हैं. हमें लगता है कि हम बस लोगों को वह दे रहे हैं जो उनका मानव अधिकार है.”