WhatsApp पर नई कम्युनिटी शुरू करते समय या कम्युनिटी में अपने ग्रुप को जोड़ते समय ध्यान रखने लायक खास बातें.
अपनी कम्युनिटी को बेहतर एक्सपीरियंस देने के लिए, एडमिन और सदस्यों के साथ मिलकर काम करें.
जल्द आ रहा है!
जानें कि अलग-अलग सेक्टर्स से जुड़े लोग कैसे अपनी कम्युनिटी को बढ़ाने के लिए WhatsApp का इस्तेमाल कर रहे हैं.
"कम्युनिटी के रूप में मेंबर्स को एक ऐसी सुरक्षित जगह मिल जाती है, जहाँ वे सलाह देने और लेने का काम कर सकते हैं तथा सुरक्षा और रोज़गार के मुद्दों और अपने बच्चों को सपोर्ट करने के सबसे अच्छे तरीकों के बारे में चर्चा कर सकते हैं."
- मामे
मामे डेंटा की शादी टूटने के बाद, उन्हें जर्मनी में आए ज़्यादा समय नहीं हुआ था. वह जितना सामान साथ में ले जा सकती थीं, उतना सामान बेबी स्ट्रॉलर में लोड करके एक अनजान सफ़र पर निकल पड़ीं.
अच्छे-भले समय में भी अपना सामान समेटकर किसी दूसरे देश चले जाना आसान नहीं होता, लेकिन जब आपका समय बुरा चल रहा हो, तब तो यह और भी मुश्किल हो जाता है.
मामे कहती हैं कि जब वह अपने तीन महीने के बच्चे को स्ट्रॉलर में लिटाकर, एक अनजान शहर में महिलाओं के आश्रय-स्थल की ओर जा रही थीं, तब उन्होंने अपने जीवन में सबसे ज़्यादा अकेलापन महसूस किया.
“मैं रो रही थी. मुझे शर्म महसूस हो रही थी. मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था कि अब मैं क्या करूँ या कहाँ से जानकारी लूँ और मुझे चिंता थी कि मेरे बच्चे की ज़िंदगी पता नहीं कैसी होगा.”
शुक्र है, मामे अब न सिर्फ़ अपनी आजीविका चला रही हैं, बल्कि उन्होंने अपने जीवन को सफल भी बनाया है.
वह African Moms in Deutschland कम्युनिटी चलाती हैं, जो जर्मन भाषी देशों में अश्वेत/अफ़्रीकी महिलाओं के लिए सबसे बड़ी और सबसे तेज़ी से बढ़ रही सपोर्ट कम्युनिटी है - जिसमें 10,000 से भी ज़्यादा मेंबर्स शामिल हैं.
WhatsApp कम्युनिटी एक ऐसा माध्यम है, जो हर मामले में बेहतरीन है और मामे को यह बात बेहद पसंद है कि WhatsApp ग्रुप्स में अब मैसेजेस को मैनेज करने और गलत जानकारी को सुधारने के लिए कई सारे टूल्स उपलब्ध हैं. इससे मेंबर्स को एक ऐसी सुरक्षित जगह मिल जाती है, जहाँ वे सलाह देने और लेने का काम कर सकती हैं तथा सुरक्षा और रोज़गार के मुद्दों और अपने बच्चों को सपोर्ट करने के सबसे अच्छे तरीकों के बारे में चर्चा कर सकती हैं.
हालाँकि इस फ़ोरम पर ज़्यादातर समय हँसी-खुशी का माहौल रहता है, लेकिन कभी-कभी मामे को घरेलू हिंसा और आर्थिक शोषण की डरवानी कहानियाँ भी सुनने को मिलती हैं. अब मामे यह तुरंत पता लगा सकती हैं कि किन ग्रुप्स में जवाब देने, ध्यान देने या तुरंत मदद की ज़रूरत है.
“एक मेंबर तो ऐसी थी कि उसके पास एक पैसा तक नहीं बचा था, क्योंकि उसका पति अपना हॉलिडे मनाने के लिए, उस मेंबर को सरकार की ओर से मिला सारा पैसा चुराकर भाग गया था. उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था कि वह क्या करे, क्योंकि उसके दो छोटे बच्चे थे, तो उसने हमसे कॉन्टैक्ट किया और हमने तुरंत उसको खाने और पैसों की मदद पहुँचाई.”
मामे का कहना है कि उनका मुख्य उद्देश्य अश्वेत/अफ़्रीकी महिलाओं का सामाजिक और आर्थिक विकास करना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है, चाहे वे जहाँ भी रहती हों और इस प्लेटफ़ॉर्म को पूरे यूरोप तक फैलाना है.