घर का बना खाना लाजवाब होता है.
इसलिए जब कल्पना शर्मा जॉब के लिए बेंगलुरू आईं और हर दिन बाहर खाना खाकर अक्सर बीमार रहने लगीं, तब उन्होंने Alikemom की शुरुआत की ताकि घर के बने खाने का आनंद सब ले सकें. Alikemom की शुरुआत 2017 में ऐसे प्लेटफ़ॉर्म के तौर पर हुई जहाँ घर का बना हुआ बढ़िया खाना डिलिवर किया जाता था. यह डिस्ट्रिब्यूटेड किचन मॉडल के आधार पर काम करते हैं जहाँ भोजन साफ़-सुथरे माहौल में पकाया जाता है.
कल्पना बताती हैं, “जब भी हम खाना ऑर्डर करते हैं, हमें पता नहीं होता है कि उसे किस माहौल में और किस तरह की सामग्री से पकाया गया है. हम सिर्फ़ स्वाद और मात्रा के बारे में चिंतित रहते हैं, उसकी क्वॉलिटी के बारे में नहीं सोचते.”
कल्पना ऑर्डर लेने और ग्राहकों का फ़ीडबैक लगातार लेते रहने के लिए WhatsApp Business ऐप का इस्तेमाल करती हैं. वे स्पेशल मेनू और ऑफ़र को शोकेस करने के लिए स्टेटस फ़ीचर का इस्तेमाल करती हैं.
कल्पना कहती हैं, “WhatsApp से कस्टमर के साथ हमारी बातचीत और ज़्यादा पर्सनल हुई है.”
बहुत कम रीसोर्स में काम करने वाला बिज़नेस होने के कारण Alikemom मार्केटिंग पर बहुत ज़्यादा ख़र्च नहीं कर सकता है और यहाँ पर WhatsApp इनकी मदद करता है. जब उन्होंने शुरू किया था तब वे एक हफ़्ते में सिर्फ़ दो या तीन ऑर्डर ही लेते थे. आज वे 400 ऑर्डर लेते हैं और उसमें से 70 प्रतिशत ग्राहक बार-बार ऑर्डर करते हैं. उनकी कुल आय में 20 से 25 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है. Alikemom अन्य तरीकों से भी सकारात्मक प्रभाव डाल रहा है.
कल्पना बताती हैं, “हमारे एक ग्राहक को क्वॉलिटी बहुत अच्छी लगी और उन्होंने हमारे विज़न पर इतना भरोसा जताया कि वे हमारी टीम में शामिल हो गए.”
लेकिन Alikemom का फ़ोकस बस एक ही है, स्वादिष्ट, घर का बना खाना बनाना और डिलिवर करना.
कल्पना कहती हैं, “हमारे बनाए हुए खाने में कोई मिलावट नहीं होती है, होता है तो बस प्यार, कुछ ऐसा, जो आपको अपनी माँ के प्यार की याद दिला दे.”