FanatiXx Publication की शुरुआत हुई 2017 में जब राउरकेला निवासी हेमंत बंसल को महसूस हुआ कि लेखकों को अपने दोस्तों और परिवार के लोगों से पर्याप्त मदद और प्रोत्साहन नहीं मिल रहा है. हेमंत उभरते हुए लेखकों को लोगों का एक ऐसे समुदाय देना चाहते थे जिससे वे प्रेरणा ले सकें और लिखने के अपने जुनून को आगे बढ़ा सकें. यह सफ़र Instagram पेज से शुरू हुआ, फिर लेखकों का समुदाय बना, फिर साहित्य की एजेंसी बनी, उसके बाद गद्य/पद्य संकलन हुआ और अब यह FanatiXx Publication बन गया. इसका नाम भारत की ISO प्रमाणित कुछ प्रकाशन कंपनियों और साहित्य की एजेंसियों में लिया जाने लगा है. 2000 से भी ज़्यादा लेखक इस कंपनी से जुड़े हैं और इसके समुदाय के सदस्यों की संख्या 40,000 से भी ज़्यादा है.
FanatiXx Publication प्रकाशन सेवा प्रदान करता है, जिसमें किताबों की फ़ॉर्मेटिंग, स्क्रिप्ट एडिटिंग, कवर डिज़ाइनिंग, वेब डेवलपमेंट, इन्वेंट्री मैनेजमेंट और मार्केटिंग सेवाओं जैसे काम होते हैं.
6 महीने पहले कंपनी ने WhatsApp Business ऐप का इस्तेमाल करके बातचीत करनी शुरु की.
इस बारे में हेमंत कहते हैं, "WhatsApp Business से मिले QR कोड को स्कैन करके लोग हमसे डायरेक्ट कनेक्ट हो सकते हैं. यह उन लोगों के लिए भी अच्छा है जो किसी अजनबी का नंबर सेव करने में हिचकिचाते हैं."
हेमंत को ऐप के ये फ़ीचर्स पसंद हैं - शॉर्ट लिंक, लेबल और ब्रॉडकास्ट टूल.
FanatiXx Publication का बिज़नेस 10-15% की दर से बढ़ रहा था, लेकिन WhatsApp Business ऐप डाउनलोड करने के बाद उनके मुनाफ़े में 30% की बढ़ोतरी हुई क्योंकि वे अपने रीडर्स और लेखकों से ज़्यादा आसानी और बेहतर तरीके से जुड़ पा रहे थे. इससे लेखिकाएँ भी निश्चिंत हो गई क्योंकि किसी अजनबी को कॉल करने के बजाय वेबसाइट पर मौजूद शॉर्ट लिंक का इस्तेमाल करके जुड़ना उन्हें बेहतर लगा.
वैसे तो लेखन का काम अकेले किया जाने वाला काम है, लेकिन FanatiXx Publication की वजह से लेखकों को अपना समुदाय मिल गया है, जिससे वे चाहें तो जुड़ सकते हैं. FanatiXx Publication के लिए WhatsApp Business ऐप बातचीत का आसान माध्यम है.