किरण ठाकुर ने टूरिज़म में MBA करने के बाद दिल्ली में बिज़नेस टूर कंसल्टैंट के रूप में नौकरी की, जहाँ वे बिज़नेस ट्रिप पर आए लोगों के ट्रैवल की व्यवस्था करते थे. इसी बीच उन्होंने खुद का बिज़नेस शुरू करने का फ़ैसला किया.
जब बिज़नेस चुनने का समय आया तो उन्होंने सोचा कि क्यों न हिमाचल के कुल्लू जिले से बिज़नेस की शुरुआत की जाए, जहाँ के वह रहने वाले हैं. कुल्लू हिमाचल में एक जिला है जो कि टूरिज़म के लिए जाना जाता है. साथ ही, यह जगह हैंडलूम प्रोडक्ट जैसे कि कुल्लू की शॉल और हिमाचली टोपियों के लिए भी काफ़ी मशहूर है.
किरण ठाकुर ने 2017 में HimalayanKraft की शुरुआत की. HimalayanKraft में कुल्लू जिले के हैंडलूम प्रोडक्ट जैसे कि शॉल, स्टोल, मफ़लर, स्कार्फ़, हिमाचली टोपियाँ, जैकेट आदि मिलते हैं. ये सभी प्रोडक्ट हाथ से बुने जाते हैं.
HimalayanKraft को देश-विदेश से लोग संपर्क करते हैं. लंदन, अमेरिका, जर्मनी, नीदरलैंड, न्यूज़ीलैंड और भारत के 20 से भी ज़्यादा राज्यों में उनके ग्राहक हैं.
किरण ठाकुर का कहना है “विदेशी ग्राहकों और भारतीय बिज़नेस-टू-बिज़नेस ग्राहकों के साथ बातचीत करना और उनका विश्वास जीतना हमारे लिए सबसे बड़ी चुनौती थी. ऐसे में WhatsApp [Business] बहुत काम आया. हम वीडियो कॉल की मदद से ग्राहकों को अपने प्रोडक्ट दिखाने लगे. WhatsApp का इस्तेमाल शुरू करने पर हमारी बिज़नेस-टू-बिज़नेस सेल बढ़ गई. हमारे प्रोडक्ट से जुड़े लगभग 80% सवाल-जवाब और बिज़नेस डील WhatsApp के माध्यम से ही होने लगे.”
किरण का कहना है कि वे बिज़नेस-टू-बिज़नेस डील करने और विदेशी ग्राहकों के अलावा अपनी टीम, वीवर्स (बुनकरों) और अन्य ग्राहकों के संपर्क में रहने के लिए भी WhatsApp का इस्तेमाल करते हैं. “HimalayanKraft अपने ग्राहकों से बातचीत करने और कपड़ों का नाप लेने के लिए WhatsApp Business ऐप का इस्तेमाल करके मैसेज, ऑडियो और वीडियो कॉल के ज़रिए उनसे संपर्क करता है.” साथ ही वे यह भी कहते हैं कि “ऑटो-रिप्लाई” फ़ीचर से उनके ग्राहकों पर अच्छा इंप्रेशन पड़ता है.