भारत में कूड़े की समस्या बहुत बड़ी है. पिछले कुछ सालों में लोगों में इसके प्रति जागरुकता बढ़ी है. भारत सरकार ने भी सफ़ाई अभियान शुरू किए हैं ताकि भारत को साफ़ व स्वच्छ रखा जा सके और कूड़े की बढ़ती समस्या को कम किया जा सके.
अनुराग असाती कॉलेज में थे जब वह घर से पुराने अखबार और बाकी कबाड़ निकालने के लिए कबाड़ीवाले की तलाश कर रहे थे. बड़ी मुश्किल से उन्हें एक कबाड़ीवाला मिला, तब उन्होंने सोचा कि क्यों न ऐसा प्लेटफ़ॉर्म तैयार किया जाए जहाँ हर तरह के कबाड़ को आसानी से बेचा जा सके और पैसे भी मिल जाएँ.
2014 में अनुराग और कंपनी के को-फ़ाउंडर कवीन्द्र रघुवंशी ने “कबाड़ीवाला” नाम का प्लेटफ़ॉर्म शुरु किया. शुरूआत में उन्हें थोड़ी दिक्कत आई, लेकिन उन्हें अपना प्रयास सफल होता दिखने लगा था. उन्होंने अपने बिज़नेस को बढ़ाने के बारे में सोचा. उन्होंने 50,000 ग्राहकों को अपने ऐप पर साइन-अप करवाया और हाल ही में वे तीन अन्य शहरों में अपना बिज़नेस फैला रहे हैं.
WhatsApp Business ऐप के बारे में अनुराग कहते हैं, “WhatsApp का इस्तेमाल बहुत लोग करते हैं और इसका इस्तेमाल करना भी बहुत आसान है, इसलिए हमने सोचा कि क्यों न हमारे यूज़र्स बुकिंग करने के लिए इसी ऐप का इस्तेमाल करें. हमारे यूज़र्स अब हमें WhatsApp Business पर संदेश भेज देते हैं, ताकि हम उनके घर से कबाड़ ले आएँ.”
अनुराग बताते हैं कि वे किसी संदेश को कई लोगों को भेजने, ऑटोमेटेड रिप्लाई भेजने, आँकड़े पाने, ग्राहकों के साथ दस्तावेज़ शेयर करने और ग्राहकों से बातचीत करने के लिए WhatsApp Business ऐप के फ़ीचर्स का इस्तेमाल करते हैं. उन्हें 60% लोग WhatsApp से संपर्क करते हैं. उन्होंने यह भी बताया कि WhatsApp Business ऐप का इस्तेमाल करने के बाद उन्होंने अपने बिज़नेस में 40% की बढ़ोत्तरी देखी है.
ग्राहकों की समस्याओं को हल करने के लिए भी वे WhatsApp का इस्तेमाल करते हैं. अनुराग बताते हैं कि एक बार एक बुज़ुर्ग महिला The Kabadiwala ऐप इस्तेमाल नहीं कर पा रही थीं, लेकिन वह WhatsApp का इस्तेमाल करके उनसे संपर्क कर सकीं और तब से वह उनकी ग्राहक हैं.
उनका कहना है, “हमने पर्यावरण को साफ़ रखने में बहुत लोगों की मदद की है और हम WhatsApp का इस्तेमाल करके समाज में प्रभावशाली बदलाव ला रहे हैं”.