इंंडस्ट्रियलिस्ट ईशू बंसल और अमित पुनैनी को माल की ढुलाई और सामान इधर-उधर ले जाने में बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ता था.
उन्हें बाद में यह महसूस हुआ कि वे अकेले परेशान नहीं हो रहे हैं.
अपनी और अपने जैसे दूसरे लोगों की परेशानी हल करने के लिए उन्होंने 2015 में TruckSuvidha की शुरुआत की. इसमें ट्रक बुक करने से जुड़े हुए सभी लोगों को ऑनलाइन एक प्लेटफ़ॉर्म पर लाकर बुकिंग की प्रोसेस को आसान बनाया गया है. हरियाणा स्थित कंपनी की मदद से लोग रियल टाइम बेसिस पर लोड बुक कर सकते हैं और भारत में कहीं भी ट्रक बुक कर सकते हैं. साथ ही ट्रक मालिक/ट्रांसपोर्टरों और उनसे जुड़े लोगों को अपने ट्रकों के लिए एडवांस बुकिंग मिलती है और वे यह जानकारी शेयर भी कर सकते हैं. TruckSuvidha में ट्रक मालिकों को ऑनलाइन पेमेंट की सुविधा भी प्रदान की गई है.
ईशू बताते हैं, “’सुविधा’ शब्द का मतलब है कि हम यहाँ मदद करने के लिए मौजूद हैं. हम एक ही प्लेटफ़ॉर्म पर सभी लोगों को जोड़ते हैं ताकि बेहतर क्वालिटी और सर्विस मुहैया की जा सके.”
TruckSuvidha अपने यूज़र्स से बातचीत करने के लिए WhatsApp Business ऐप का इस्तेमाल करता है जिन्हें ईमेल से ज़्यादा WhatsApp पर संपर्क करने में सुविधा होती है. उन्हें तुरंत जवाब ओर बिज़नेस प्रोफ़ाइल फ़ीचर सबसे ज़्यादा काम के लगते हैं.
ईशू बताते हैं, “WhatsApp Business से यूज़र्स को यह भरोसा मिलता है कि वे किसी व्यक्ति से नहीं बल्कि बिज़नेस से बात कर रहे हैं. पहले हम केवल SMS और ईमेल पर बातचीत करते या सूचनाएँ देते थे जो कि बहुत काम की नहीं थी क्योंकि लॉजिस्टिक्स इंडस्ट्री के अधिकतर लोगों को तकनीकी चीज़ों की इतनी समझ नहीं होती है. लेकिन WhatsApp के साथ वे तेज़ी से और आसानी से जवाब दे सकते हैं.”
पिछले कुछ सालों में इनकी आय दुगुनी हो गई है और यूज़र बेस में 48 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है. TruckSuvidha ने जबसे WhatsApp का इस्तेमाल शुरू किया, तो उन्होंने पाया कि ट्रक मालिक समय पर जवाब देने लगे और कस्टमर सर्विस भी इससे बेहतर हुई है.
अपनी परेशानियाँ हल करते-करते इन्होंने कुछ ऐसा तरीका निकाला कि पूरी लॉजिस्टिक्स इंडस्ट्री को इससे मदद मिली है. TruckSuvidha के फ़ाउंडर ने इस क्षेत्र में लोगों का काम आसान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.