2012 में पहली बार माता-पिता बने आशीष मेहता और अंकिता जैन ने जब अपनी छह महीने की बेटी को ठोस आहार और पैकेट वाला दूध देना शुरू किया, तो उनको उसकी क्वॉलिटी को लेकर चिंता होने लगी. जब उन्होंने सुपर मार्केट से खरीदी गई चीज़ों की लैब में टेस्टिंग करवाने की कोशिश की, तो उनको 3-4 हफ़्तों तक इंतज़ार करना पड़ा और जो रिपोर्ट मिली, वह भी बहुत कठिन भाषा में लिखी हुई थी और इसकी कीमत भी बहुत थी.
इससे परेशान होकर 2014 में उन्होंने मुंबई में Universal Purity Testing Services की शुरुआत की जो दूध, खाने-पीने की चीज़ें और सीमेंट जैसे कई तरह के प्रोडक्ट्स के लिए क्वॉलिटी टेस्टिंग की सर्विस देती है. इन चीज़ों के सैंपल आपके घर से भी लिए जा सकते हैं. इन्हें आधुनिक और सारी सुविधाओं वाली लैब में टेस्ट किया जाता है और आसानी से समझ आ सकने वाली विस्तृत रिपोर्ट भी बनाकर दी जाती है.
आशीष बताते हैं, “हम ‘बिना किसी मिलावट के चीज़ें बनाने’ के राष्ट्रीय अभियान से जुड़ना चाहते हैं और भारत में बनाई जाने वाली घरेलू उपभोग और एक्सपोर्ट की जाने वाली चीज़ों की क्वॉलिटी को सुधारना चाहते हैं. अगली बार आपको जब भी अपने खरीदे हुए किसी प्रोडक्ट की क्वॉलिटी को लेकर किसी भी तरह की शंका या चिंता हो, तो उसकी टेस्टिंग करने के लिए आप हम पर भरोसा कर सकते हैं.”
Universal Purity Testing Services 2015 से WhatsApp का इस्तेमाल कर रहा है और हाल ही में इन्होंने WhatsApp Business ऐप का इस्तेमाल करना शुरू किया है. उनकी सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक थी भारत के अन्य शहरों में बढ़ना, जिसमें WhatsApp ने इनकी बहुत मदद की. वे ग्राहकों से बातचीत करने, रिपोर्ट शेयर करने, कोट और इनवॉइस भेजने, ऑर्डर ट्रैक करने और जुड़े हुए सभी लोगों के साथ ग्रुप डिस्कशन करने के लिए ऐप का इस्तेमाल करते हैं. कंपनी DIY (खुद करके देखें) सुरक्षा वीडियो भी बनाती है और उन्हें WhatsApp पर शेयर करती है जिन्हें देखकर ग्राहक सुरक्षित रूप से सैंपल भेज सकते हैं.
WhatsApp Business ऐप ने उनकी बिक्री बढ़ाने, टीम के साथ बेहतर ढंग से बातचीत करने, कस्टमर सर्विस में सुधार करने और लागत और समय में कमी लाने में मदद की है. उनकी लगभग 50 प्रतिशत बिक्री WhatsApp पर होती है.
अंकिता बताती हैं, “WhatsApp इस्तेमाल में आसान है इसलिए यह किसी भी अन्य चैट टूल के मुकाबले बहुत ज़्यादा उपयोगी है.”