WhatsApp पर नई कम्युनिटी शुरू करते समय या कम्युनिटी में अपने ग्रुप को जोड़ते समय ध्यान रखने लायक खास बातें.
अपनी कम्युनिटी को बेहतर एक्सपीरियंस देने के लिए, एडमिन और सदस्यों के साथ मिलकर काम करें.
जल्द आ रहा है!
जानें कि अलग-अलग सेक्टर्स से जुड़े लोग कैसे अपनी कम्युनिटी को बढ़ाने के लिए WhatsApp का इस्तेमाल कर रहे हैं.
"कम्युनिटी में सार्थक बातचीत हो सके, इस बात का ध्यान रखने के लिए हम एक ऐसी कम्युनिटी बनाने की कोशिश कर रहे हैं, जिसके वॉलंटियर एक-दूसरे को अच्छी तरह से जानते हों और आपस में जुड़े हुए हों. इसमें शामिल लोग कई सामाजिक गतिविधियाँ, ईवेंट और फ़ंडरेज़िंग कैंपेन चलाते हैं."
- एलिन
कोरियाई लड़कों के “The Army” के नाम से मशहूर पॉप म्यूज़िक बैंड Bangtan Boys के फ़ैन्स.
कुछ लोग, बैंड के दो ट्रेपेजॉइड वाले लोगो के स्टिकर्स अपने चेहरे पर चिपकाकर लोगों को दिखाते हैं, यह लोगो अवसरों के खुले दरवाज़ों का प्रतीक है.
BTS Army की इंडोनेशियाई कोऑर्डिनेटर कार्लिना ऑक्टेवियनी अपनी आँखों के पास ट्रेपेजॉइड वाला यह स्टिकर लगाती हैं.
वह कहती हैं कि Army से जुड़ा होने के नाते, हम यह काम सिर्फ़ इसलिए नहीं करते कि हम इसके फ़ैन्स हैं, बल्कि हम यह काम समाज में जागरूकता लाने और BTS के गीत के बोलों से पॉज़िटिव मैसेज देने के लिए भी करते हैं.
कार्लिना ने बताया कि “हम अपनी-अपनी प्रोफ़ेशनल फ़ील्ड में Army से जुड़ी जानकारी और रचनात्मक कहानियाँ शेयर करते हैं.”
आर्मी से जुड़े हर एक फ़ैन बेस का अपना एक अलग काम होता है: The Boys of Bangtan फ़ंड जुटाता है, The BTS Army Help Center मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े काम संभालता है, Purple Star ज़रूरतमंदों की मदद करने और एक निशुल्क बाल शिक्षा केंद्र चलाने का काम करता है. Army Team ID के लोग BTS अवॉर्ड की स्ट्रीमिंग और वोटिंग का काम संभालते हैं और आर्मी का Trees फ़ैन बेस, मैंग्रूव के पेड़ लगाने जैसे पर्यावरण संरक्षण से जुड़े काम करता है.
चूँकि हर एक फ़ैन बेस में सैकड़ों लोग जुड़े हैं, ऐसे में उनकी अलग-अलग ज़रूरतों और माँगों को पूरा करना कार्लिना के लिए बहुत मुश्किल होता जा रहा था.
अब WhatsApp के नए टूल्स से इन सभी ग्रुप पर नज़र रखना और इन्हें मैनेज करना उनके लिए बहुत ही आसान हो गया है.
वह बताती हैं कि “फ़ैन्स के साथ तुरंत तालमेल करने और उनसे बातचीत करने के मामले में WhatsApp कम्युनिटी फ़ीचर बहुत ही मददगार है. 'घोषणाओं वाले ग्रुप' फ़ीचर के ज़रिए WhatsApp के सभी ग्रुप्स में कुछ भी पोस्ट करना बहुत ही आसान हो गया है, इससे हर ग्रुप के मेंबर्स तक जानकारी पहुँच जाती है.”
जैसे-जैसे ये ग्रुप बड़े होते जा रहे हैं, उनकी और यूज़र्स की सुरक्षा का महत्व भी बढ़ता जा रहा है, ख़ास तौर पर इसलिए क्योंकि इनमें ज़्यादातर फ़ैन्स लड़कियाँ होती हैं, जिनके साथ लिंग-आधारित दुर्व्यवहार, स्कैमिंग, स्पैमिंग और डॉक्सिंग होने का खतरा बना रहता है.
कार्लिना कहती हैं, “WhatsApp कम्युनिटी के ज़रिए, हम इन सभी चीज़ों पर नज़र रख सकते हैं. हम शुरुआत से ही जोखिम को कम कर सकते हैं.”
Army के सबसे गौरवपूर्ण क्षणों में से एक वह था, जब इसके फ़ैन्स ने पूर्वी जावा में भगदड़ के दौरान सौ से ज़्यादा फुटबॉल फ़ैन्स की दुखद मौत के बाद, कम्युनिटी में की गई घोषणा के ज़रिए पीड़ितों के लिए एक ही दिन में Rp 400 मिलियन (US$ 27,500) जुटाए थे.
कार्लिना को उम्मीद है कि उनके लिए भविष्य में और भी बड़े अवसरों के ट्रेपेजॉइड दरवाज़े खुलेंगे और ये ग्रुप समाज में बढ़-चढ़कर अपना योगदान देंगे.
उनका सपना Army की ओर से एक अकैडेमिक कॉन्फ़्रेंस करवाने का है, ठीक वैसी ही कॉन्फ़्रेंस, जैसी दक्षिण कोरिया में उनके साथियों ने करवाई थी.