जब उभरते कवि अंकुर मिश्रा को अपनी कविताएँ पोस्ट करने के लिए ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म नहीं मिला, तो उन्होंने फ़ैसला लिया कि अपने लिए प्लेटफ़ॉर्म खुद तैयार किया जाए.
अंकुर का कहना है, “मैंने डोमेन खरीदा और अपनी कविताएँ उसपर डालने लगा. कुछ लोगों ने मुझे उसे पब्लिक करने के लिए कहा.”
2018 में, Kavishala की शुरुआत कविता प्रेमियों के लिए की की गई और कुछ ही महीनों में इस पर कविताओं से जुड़ी वर्कशॉप्स और मीटअप्स भी शुरू कर दिए गए. दो साल में ही, Kavishala पर 30,000 से भी ज़्यादा कवियों की 60,000 से ज़्यादा कविताएँ पोस्ट की जा चुकी हैं. इनमें भारत की आठ भाषाओं के साथ-साथ अंग्रेज़ी की कविताएँ भी शामिल हैं.
27 वर्षीय इंजीनियरिंग ग्रैजुएट अंकुर कहते हैं, “हमें हर रोज़ कम-से-कम 50 नए यूज़र्स दिखते हैं और लगभग 30,000 से भी ज़्यादा लोग हर रोज़ हमारे पेज को देखते हैं, जिससे हमारे पेज पर हर महीने दस लाख व्यू हो जाते हैं." "अभी हमारा सालाना टर्नओवर लगभग 12 लाख रुपये है (17,300 अमेरिकी डॉलर के आस-पास) और इस कमाई का ज़्यादातर हिस्सा ऑनलाइन ट्रैफ़िक को मॉनेटाइज़ करने से जुड़ा है. हम चाह रहे हैं कि कविताओं की ऑनलाइन वीडियो सीरीज़, ऑफ़लाइन ऑफ़रिंग और मर्चेंडाइज़ प्लेटफ़ॉर्म के ज़रिए अपनी आय को बढ़ाया जाए क्योंकि हम चाहते हैं कि आगे चलकर Kavishala के आय का मुख्य साधन बने.
Kavishala ने अक्टूबर 2018 में WhatsApp Business ऐप इस्तेमाल करना शुरू किया और आज यूज़र्स को अलग-अलग तरह के ऑफ़र देने के लिए यही ऐप Kavishala का मुख्य चैनल बन चुका है.
अंकुर अपनी वेबसाइट पर पेज व्यू की 25 से 30% बढ़ोतरी का क्रेडिट WhatsApp को देते हुए कहते हैं, “हमारे लिए सबसे बड़ी चुनौती थी कि हम किसी इवेंट के बारे में समय पर अपडेट दें और लोगों के सवालों के जवाब दें. WhatsApp Business ऐप पर स्विच करने के बाद हम सवालों का जवाब समय पर देने लगे जिससे लोगों का हम पर विश्वास बढ़ा और इसका परिणाम यह निकला कि काफ़ी लोगों ने हमारे पेज पर साइन-अप किया.”
इसके अलावा, अक्सर पूछे जाने वाले सवालों के जवाब देने के लिए Kavishala “ऑटो रिप्लाई” फ़ीचर का इस्तेमाल करता है.
“रोज़ पूछे जाने वाले सवालों के जवाब देने में हमें इस फ़ीचर से काफी मदद मिलती है जिससे हम अपना ध्यान ज़्यादा ज़रूरी चीज़ों पर दे सकते हैं.”
Kavishala की टीम नया प्लेटफ़ॉर्म और ऐप तैयार कर रही है. साथ ही वे अपना बिज़नेस संयुक्त अरब अमीरात (UAE), अमेरिका और ब्रिटेन (UK) तक बढ़ाना चाहते हैं. जिस प्लेटफ़ॉर्म की शुरुआत कविता प्रेमियों को एक-दूसरे से जोड़ने के लिए की गई थी आज वही प्लेटफॉर्म बड़ा बिज़नेस बन चुका है.